मेडिटेशन (ध्यान) भले ही एक पुरानी परंपरा है, लेकिन आज भी दुनिया भर के लोग शांति और आंतरिक खुशी महसूस करने के लिए मेडिटेशन (ध्यान) की ओर ही कदम बढ़ाते हैं। इन दिनों रोजाना की भागदौड़ के बाद अपने जीवन के तनाव को कम करने की जरूरत के साथ मेडिटेशन (ध्यान) की लोकप्रियता बढ़ रही है। मेडिटेशन (ध्यान) विश्वास के बारे में कम और चेतना को जागृत करने और शांति को पाने के बारे में अधिक है। मेडिटेशन (ध्यान) के कई प्रकार हैं, जिनका अभ्यास आपको जीवन जीने का नया नजरिया देते हैं।
मेडिटेशन (ध्यान) क्या है | Meditation Kya Hai?
अब सवाल यह उठता है कि आखिरकार मेडिटेशन (ध्यान) में ऐसी क्या खास बात है, जो जीवन जीने के नजरिए को बदल देता है। दरअसल मेडिटेशन (ध्यान) एक अभ्यास है, जहां एक व्यक्ति किसी विशेष चीज, विचार या गतिविधि पर अपने मन को केंद्रित करता है। इस खास तकनीक का प्रयोग करके वह खुद को जागरूक करता है और स्पष्ट मानसिकता के साथ खुद को भावनात्मक तौर पर शांत और स्थिर करता है। यदि आप यह सोच रहे हैं कि मेडिटेशन (ध्यान) किसी को भी नया या बेहतर व्यक्ति बनाने के बारे में नहीं है तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। मेडिटेशन (ध्यान) खुद के बारे में जानने और जीवन के प्रति स्वस्थ नजरिया अपनाने के बारे में है। मेडिटेशन (ध्यान) के तहत आप अपनी भावनाओं से दूर नहीं जाते हैं बल्कि बिना कोई निर्णय लिए उन्हें महसूस कर रहे होते हैं। इस तरह धीरे- धीरे आप अपनी भावनाओं को बेहतरी से समझे लगते हैं।
मेडिटेशन (ध्यान) के प्रकार | Meditation ke Types
मेडिटेशन (ध्यान) कई प्रकार के हैं। किसी भी मेडिटेशन (ध्यान) के तरीके को अपनाने के लिए जरूरी है कि आप उसमें आराम महसूस करें और आपके मन को शांति और खुशी का अहसास हो।
माइंडफुलनेस मेडिटेशन (ध्यान) | Mindfulness Meditation
माइंडफुलनेस मेडिटेशन (ध्यान) बौद्ध शिक्षाओं से प्रेरित है और पश्चिमी देशों में सबसे अधिक लोकप्रिय मेडिटेशन तकनीक है। माइंडफुलनेस मेडिटेशन (ध्यान) में आप अपने मस्तिष्क में आए विचारों पर ध्यान देते हैं। आप उन विचारों को तौलते नहीं हैं। इसे जागरुकता और एकाग्रता के साथ जोड़कर देखा जाता है। जब आप शारीरिक संवेदनाओं, विचारों या भावनाओं का निरीक्षण करते हैं तो आपको किसी चीज या अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिल सकती है। यह मेडिटेशन (ध्यान) उन लोगों के लिए अच्छा है, जिनके पास मार्गदर्शन के लिए कोई नहीं है क्योंकि इसका अभ्यास अकेले ही किया जा सकता है।
आध्यात्मिक मेडिटेशन (ध्यान) | Spiritual Meditation
आध्यात्मिक मेडिटेशन (ध्यान) हिंदू और ईसाई धर्म में किया जाता है। इसे आप प्रार्थना मान सकते हैं, जिसमें आप अपने आस- पास शांति बनाए रखते हैं और ईश्वर या ब्राह्मांड के साथ गहरा रिश्ता चाहते हैं। आध्यात्मिक मेडिटेशन (ध्यान) घर या पूजा स्थल पर किया जा सकता है। आध्यात्मिक मेडिटेशन (ध्यान) उन लोगों के लिए अच्छा है, जो शांति की खोज में रहते हैं और आध्यात्मिक विकास चाहते हैं।
केंद्रित मेडिटेशन (ध्यान) | Centered Meditation
केंद्रित मेडिटेशन (ध्यान) में पांच इंद्रियों में से किसी का एक का प्रयोग करके एकाग्रता प्राप्त की जाती है। जैसे- आप अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इस दौरान माला गिनने, गाना सुनने या मोमबत्ती की ओर देखना सही रहता है। सुनने में केंद्रित मेडिटेशन (ध्यान) आसान लग रहा होगा लेकिन शुरू में पहले के कुछ मिनटों से अधिक समय तक अपने ध्यान को केंद्रित करना मुश्किल हो सकता है। केंद्रित मेडिटेशन (ध्यान) उन लोगों के लिए बढ़िया है, जो अपने जीवन में अतिरिक्त ध्यान की खोज में हैं।
मूवमेंट मेडिटेशन (ध्यान) | Dynamic Meditation
मूवमेंट मेडिटेशन (ध्यान) के बारे में जब लोग सोचते हैं तो उन्हें योग का ध्यान ही आता है। जबकि मूवमेंट मेडिटेशन (ध्यान) का अर्थ जंगलों में टहलना, बागवानी करना या अन्य तरीके से कुछ न कुछ करते रहना है। यह मेडिटेशन (ध्यान) का सक्रिय रूप है, जहां मूवमेंट आपका मर्गदर्शन करता है।
मंत्र मेडिटेशन (ध्यान) | Mantra Meditation
हिंदू और बौद्ध जैसी परंपराओं में मंत्र मेडिटेशन (ध्यान) की खास जगह है। इस तरह का मेडिटेशन (ध्यान) दोहराने वाली आवाज के जरिए मन और मस्तिष्क को स्पष्टता प्रदान करता है। यह कोई एक शब्द, वाक्य या आवाज हो सकता है, जैसे ओम। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मंत्र मेडिटेशन (ध्यान) में आप तेजी या धीमे से बोल रहे हैं या मन ही मन मंत्र दोहरा रहे हैं। कुछ समय तक मंत्र का जाप करने के बाद आप अपने आस- पास को लेकर अधिक जागृत हो जाते हैं। कुछ लोग मंत्र मेडिटेशन (ध्यान) का आनंद लेते हैं क्योंकि उन्हें अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करने की बजाय दोहराना अच्छा लगता है। यह उन लोगों के लिए भी अच्छा है, जो मौन नहीं दुहराव को पसंद करते हैं।
विजुअलाइजेशन मेडिटेशन (ध्यान) | Visualization Meditation
विजुअलाइजेशन मेडिटेशन (ध्यान) दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय मेडिटेशन (ध्यान) का प्रकार है, जिसका वैज्ञानिक तौर पर अध्ययन भी किया गया है। यह मंत्र मेडिटेशन (ध्यान) की तुलना में अधिक अनुकूल है। यह मेडिटेशन (ध्यान) उन लोगों के लिए अच्छा है, जिन्हें संरचना पसंद है और जो मेडिटेशन (ध्यान) अभ्यास के लिए गंभीर हैं। विजुअलाइजेशन मेडिटेशन (ध्यान) के तहत एक विशेष तस्वीर को आंखें बंद करके महसूस किया जाता है। फिर यह तस्वीर सुंदर झील, खुला आकाश या अन्य कोई दृश्य या किसी ईश्वर की मूर्ति या तस्वीर भी हो सकती है। हिंदू और तिब्बती परंपरा में दृश्य आधारित ध्यान प्रमुख है।
मेडिटेशन (ध्यान) कैसे करें | Meditation Kaise Kare
मेडिटेशन (ध्यान) करने का सबसे आसान तरीका चुपचाप बैठना और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करना है। आप मेडिटेशन (ध्यान) की शुरुआत पांच या दस मिनट शांत बैठने से करें। धीरे- धीरे इस अवधि को बढ़ाना सही है। रोजाना चुपचाप 20 मिनट तक बैठें और ऐसा 100 दिनों तक करके देखें। इसके साथ पूरे दिन में दो से पांच मिनट का मेडिटेशन (ध्यान) करते रहें ताकि आपको दिन भर की चिल्लमपों से शांति मिल सके। जल्दी ही आप मेडिटेशन (ध्यान) के लाभ महसूस करने लगेंगे।
मेडिटेशन (ध्यान) के फायदे | Meditation Ke Fayde
मेडिटेशन (ध्यान) न केवल हमारे चित्त को शांत और स्थिर करता है बल्कि हमारे मस्तिष्क को सोचने की प्रक्रिया से शांति देता है। रोजाना की जिंदगी में खुशहाली और शांति पाने के लिए मन और मस्तिष्क का शांत चित्त रहना जरूरी है। इसके अलावा, ब्लड प्रेशर, चिड़चिड़ापन, दर्द, डिप्रेशन और अनिद्रा को कम करना मेडिटेशन (ध्यान) के अन्य फायदे हैं। इससे बढ़ती उम्र के असर को भी दूर करने में सफलता मिलती है। इसके अभ्यास से आप किसी भी चीज को एकाग्रता से कर पाते हैं। मेडिटेशन (ध्यान) आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को दुरुस्त करने के साथ ही बीमारियों से लड़ने में भी आपकी मदद करता है। यही नहीं, इन दिनों जो लोग वजन कम करने में लगे हुए हैं, मेडिटेशन (ध्यान) उनके मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करके वजन कम करने में सहायक है।
मेडिटेशन (ध्यान) के लिए टिप्स | Meditation Ke Tips
मेडिटेशन एक प्रक्रिया है, जो परिणाम पर नहीं बल्कि उस क्षण पर निर्भर करती है, जब आप मेडिटेशन कर रहे होते हैं। इसलिए सफल मेडिटेशन के लिए के लिए उस विशेष क्षण का आनंद लेना जरूरी है।
एक व्यक्ति को यह नहीं सोचना चाहिए कि मेडिटेशन सेशन अच्छा है या खराब है, सही है या गलत है। इसके बजाय, उसे बस उसी पल में होना चाहिए।
कुछ लोग पहली बार मेडिटेट (ध्यान) करने की कोशिश में निराश होने लगते हैं, उन्हें गुस्सा आने लगता है। मेडिटेशन एक कौशल है, जिसमें पारंगत होने के लिए समय लगता है। उस पल में रहना और उस खास पल को महसूस करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि विचलित हुए बिना आपको उस एक मंत्र पर ध्यान करना होता है।
भले ही आपको मेडिटेशन (ध्यान) के दौरान जैसा भी महसूस हो, आपको इसका अभ्यास करते रहना चाहिए। मेडिटेशन (ध्यान) का मूल बिना कोई निर्णय लिए या बिना किसी तरह के क्रोध के मन में आ रहे विचारों को स्वीकार करना है। जो लोग मेडिटेशन (ध्यान) की शुरुआत कर रहे हैं, उन्हें इसकी क्लास में जाने या शिक्षक से मदद लेने से आसानी होती है।
Nice knowledge about dhyan
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