जानिए मेडिटेशन के प्रकार कौन-कौन से है ?

मेडिटेशन या ध्यान क्रिया का कोई भी सही व गलत तरीका नहीं है। बस आपको नियमित रूप से मेडिटेशन के अभ्यास की जरूरत होती है। आइए मेडिटेशन के प्रकार के बारे में जानते हैं। अपने सुविधानुसार मेडिटेशन के किसी भी प्रकार का अभ्यास करें और अपने व्यक्तित्व को निखारें।

मेडिटेशन के प्रकार:

1- आध्यात्मिक ध्यान क्रिया (Spiritul Meditation) – हमारे कई धर्मों में ध्यान क्रिया को धर्म से जोड़ा गया है। जहाँ हम ध्यान क्रिया को प्रार्थना के समान माना गया है। जैसे आप किसी धार्मिक स्थल व पूजा स्थल या ईश्वर के सामने प्रार्थना करते समय खुद को ब्रह्मांड से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं, ठीक उसी तरीके से आप अपने घर के पूजा स्थल व धार्मिक स्थल पर आध्यात्मिक ध्यान का अभ्यास कर सकते हैं। इस अभ्यास के माध्यम से आप अपने मन को शांत और अपने आध्यात्मिक विकास का विस्तार कर सकते है। 

2- मंत्र ध्यान क्रिया (Mantra Meditation)- मेडिटेशन के दौरान किसी शब्द, वाक्य व ध्वनि का उच्चारण करना मंत्र ध्यान कहलाता है। इन शब्दों व वाक्यों से हम मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ होते है। मेडिटेशन के दौरान मंत्र के उच्चारण से हमारा ध्यान जल्द केंद्रित होता है। इस ध्यान को नियमित रूप से करने से हमारे अंदर नई ऊर्जा और हमारा मन शांंत और शुद्धता का अनुभव प्राप्त करता है। जब हम मेडिटेशन करते है, तो उस दौरान किसी शब्द या मंत्र का उच्चारण करना ध्यान केंद्रित करने के लिए सबसे आसान तरीका है। इस अभ्यास के लिए ‘ओम’ शब्द का उच्चारण करना सबसे आसान माना जाता है। 

3- विपस्सना मेडिटेशन (Vipassana Meditation)- विपस्सना ध्यान क्रिया सबसे महत्वपूर्ण ध्यान क्रिया है। इस मेडिटेशन के माध्यम से हम मानसिक शांति के लिए ध्यान केंद्रित करते है। इस दौरान हम अपने सांसों का उपयोग करते है। इसके नियमित अभ्यास से हमें अपने विचारों को समझने में सहायता मिलती है। इस मेडिटेशन का अभ्यास अकेले किया जाता है। अगर आप कुछ करना चाहते हैं, मगर आपको कोई मार्ग दर्शक नहीं मिल रहा है, तो आप विपस्सना मेडिटेशन का सहारा ले सकते है। 

जानिए ध्यान लगाने की सही विधि और अभ्यास कैसे करें ?

अपने घर के किसी शांत वातावरण स्थल पर कुर्सी व जमीन पर आराम से बैठें। अपनी आँखों को बंद रखें। अपने आँखों को शीतलता प्रदान करने के लिए आप अपने आंखों पर मास्क का उपयोग भी कर सकते हैं। अपनी सांसों को स्वाभाविक रूप से चलने दें। अपनी सांसोंं पर अपना ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें। इस दौरान आपक मन इधर-उधर भटकेगा, इसलिए दोबारा ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें। अपने शरीर की गतिविधियों पर गौर करें। शुरू में इस ध्यान क्रिया का अभ्यास 5 से 8 मिनट तक करने का प्रयास करें। धीरे-धीरे समय को बढ़ाएं। जब आप ध्यान क्रिया को नियमित रूप से अपनी रोजमर्रा में शामिल करेंगे तो आप इसके फायदों को महसूस करना शुरू कर देंगे। 

मेडिटेशन स्वस्थ रहने की एक सरल विधि है। मेडिटेशन के प्रकार के माध्यम से हम मानसिक व शारीरिक रूप से मजबूत होते है। ध्यान क्रिया के अनेक प्रकार होते हैं, जिनको करने के अलग-अलग तरीके भी हैं। यदि आप एक विशिष्ट ध्यान क्रिया सीखना चाहते हैं,

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