आजकल हर इंसान आराम कम और पैसों के पीछे अधिक भागता नजर आता है। जिसके कारण आज पूरा मानव समाज गंभीर बीमारियों से ग्रस्त होता जा रहा है। अगर वक्त रहते मानव समाज नहीं जागा तो मानव समाज का भविष्य कठिनाई भरा होगा। इसलिए हमें आज स्वस्थ जीवन के लिए योग, मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सख्त जरूरत है।
योग हमारे स्वस्थ जीवन के लिए एक वरदान है। साधारण रूप से योग का अभ्यास आराम से किया जा सकता है। योग के कई आसन हैं। योग हमारे शरीर में नई ऊर्जा व शांति प्रदान करता है। योग के साथ ध्यान क्रिया का अभ्यास भी हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक है। योग निद्रा हमारे शरीर में नई ऊर्जा का प्रवाह करती है। जिससे हमारे शरीर व मन को आराम मिलता है। योग निद्रा हमें ध्यान का गहराई में ले जाने में सहायता करती है।
योग निद्रा के मानव जीवन में कई लाभ हैं। जैसे योगासन के बाद योग निद्रा हमारे शरीर को आराम देती है। हमारे शरीर का तापमान सामान्य बनाएं रखने में हमारी मदद करता है। जब हम योगासन करते है तो योग निद्रा उसके प्रभाव को अवशोषित कर हमारी तंत्रिका तंत्र को मजबूत व सक्रिय बनाती है।
जिससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। योग निद्रा के अभ्यास हेतु अपने शरीर को तैयार करने के लिए सबसे पहले हमें किसी शांत वातावरण वाले स्थान का चुनाव करना है। याद रखें इस दौरान आपका पेट हल्का होना चाहिए यानि आपको खाना खाएं हुए 4-5 घंटे हो गए हो। योग निद्रा करने के लिए हमें पीठ के बल लेटना होता है। इसके बाद अपनी आँखें बंद कर विश्रामावस्था में आएँ। अब धीरे-धीरे गहरी सांस लें और धीरे-धीरे छोड़े।
अब अपना ध्यान अपने दाएँ पैर के पंजों पर ले जाएँ और धीरे-धीरे अपने पंजों को विश्रामावस्था में लाएँ। इसके बाद धीरे-धीरे अपना ध्यान अपने दाएँ पैर के घुटने, जांघ और नितंब पर ले जाएँ। अब आप धीरे-धीरे अपने दाएँ पैर के प्रति सचेत हो जाएँ। अब इस प्रक्रिया को अपने बाएँ पैर में भी दोहराएँ।
इसके बाद अब अपने ध्यान को अपने पेट, नाभि और जननांग पर ले जाएँ और अपने इन अंगों के आराम की मुद्रा में लाएँ। इसके बाद धीरे-धीरे अपना ध्यान अपने दाएँ कंधे, भुजा, हथेली, उंगलियों पर ले जाएँ और क्रमशः अपने इन अंगों को आराम की मुद्रा में लाएँ। अब यही क्रिया अपने बाएँ हाथ पर भी दोहराएँ।
इसके बाद धीरे-धीरे अपने ध्यान को अपनी गर्दन, चेहरे और सिर पर लगाएँ और धीरे-धीरे अपने इन अंगों को विश्रामावस्था में लाने की कोशिश करें। अब गहरी सांस लेते हुए अपने शरीर में नई ऊर्जा का अनुभव करें। इस अवस्था में कुछ देर तक यूं ही रहें। इसके बाद करवट लेते हुए कुछ समय के लिए आराम करें।
योग निद्रा अभ्यास के बाद आपका शरीर हल्का ठंडा महसूस करेगा। अब धीरे-धीरे उठकर अपनी आँखों को आराम से खोलें। इस दौरान आपका मानसिक व शारीरिक रूप से अच्छा महसूस करेंगे।
योग निद्रा एक प्रकार से पूर्ण विश्रामावस्था है। इसके अभ्यास से हम अपने मन व मस्तिष्क को पूर्ण आराम प्रदान कर सकते है। योग निद्रा यानि जैसे हम जोकर सुनते ही तुरंत उसका प्रतिबिम्ब अपने मन में बनते है या हमारे मन में आता है, ठीक उसी तरीके से योग निद्रा में भी होता है।
हमें सिर्फ अपने सांसों पर नियंत्रण करना होता है और ध्यान लगाना होता है। हाँ योग निद्रा के अभ्यास के दौरान हमारे मन में कई विचार उत्पन्न होगें। उन विचारों को नियंत्रण करने की कोशिश नहीं करें। अगर आप इस दौरान प्राकृतिक रूप से सो जाते है तो अपने आप को अपराध बोध से ग्रस्त ना करें।
हमें योग निद्रा का अभ्यास योगासन के बाद करना चाहिए। योग निद्रा का अहसास ठीक वैसे ही होता है जैसे नींद के बाद ताजगी का अहसास होता है। आइए ताजगी भरे अहसास से योग निद्रा को अपने जीवन में शामिल कर आनंद व स्वस्थ जीवन की ओर कदम बढ़ाएँ।